नादिया: राजनीति न केवल चरम पर है, राजनीति अब रसातल में पहुंच गयी है. राजनीति की काली हवा अब अंदर ही अंदर सुलग रही है.
कई लोगों को प्रधानमंत्री को आमने-सामने देखने की उम्मीद है।
कहा जाता है कि देश के प्रधानमंत्री घर के पास आ रहे हैं, इसलिए प्रधानमंत्री को देखने की प्रबल इच्छा में आखिरकार नादिया के इस असहाय परिवार के साथ एक अप्रत्याशित घटना घट गई.
एक व्यक्ति पर अगली रात पटाखों से आग लगाने का आरोप लगाया गया क्योंकि वह कृष्णानगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सार्वजनिक बैठक में भाग ले रहा था. आरोप का तीर सत्तारूढ़ तृणमूल के खिलाफ है.
घटना के बाद से परिवार दहशत में है. कथित तौर पर, घोषपारा की रहने वाली जयंती दास हमेशा से भाजपा की प्रशंसक रही हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखने का लंबे समय से शौक है। इसलिए शनिवार को कृष्णानगर में बैठक देखने गये थे. लेकिन उनके लिए नुकसानदेह यह होता है कि रात को सोते समय कोई खिड़की से पटाखों में आग लगा देता है। जूट की लकड़ी की उस आग में मच्छरदानी के काफी हिस्से जल गए और यह गृहिणी भी दर्दनाक रूप से घायल हो गई।
हालांकि घटना के बाद से दास परिवार काफी डरा हुआ है. इस घटना में तृणमूल का दावा गृहिणी के पति कार्तिक दास पर था. इसलिए उनके परिवार में उथल-पुथल मची हुई है.